क्रिसमस का पर्व हर साल मनाया जाता है। यह पर्व हर साल 25 दिसंबर के दिन आता है और इस पर्व का नाम सुनते ही सैंटा क्लॉज, ढेर सारे गिफ्ट्स, मस्ती और टेस्टी डिशेज आंखों के सामने आ जाती हैं। वैसे क्या आपने सोचा है कि आखिर 25 दिसंबर को ही क्यों यह पर्व मनाया जाता है। वैसे अगर आपने सोचा है और आपको इसका जवाब नहीं पता तो हम आपको बताते हैं इसक जवाब।
जी दरअसल कहा जाता है इस दिन ईसा मसीह यानि यीशु का जन्म हुआ था और यीशु के माता-पिता को शुभकामनाएं देने के लिए देवदूतों ने फर के पेड़ को सितारों से सजाया था। इसी वजह से इस दिन क्रिसमस मनाते हैं। कहते है कि जर्मनी से पेड़ सजाने की परंपरा शुरु हुई थी और आज तक पेड़ सजाए जाते हैं। वैसे क्रिसमस के मौके पर अक्सर आपने सांता क्लॉज को देखा होगा और सोचा होगा ये कहाँ से आए और क्यों आए। तो हम आपको बता दें कि संत निकोलस को सांता क्लॉज माना जाता है, क्योंकि वे रात के वक्त उपहार बांटते थे।
बहुत काम लोग जानते हैं उन्होंने पूरे जीवन गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद की थी और रात के समय में वह सभी की मदद के लिए निकलते थे। वैसे दुनियाभर के अलग अलग देशों में अपने-अपने तरीके से लोग क्रिसमस मनाते हैं। सभी का अपना अपना तरीका होता है जो बेहतरीन होता है। आपको हम यह भी बता दें कि क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमसटाइड की भी शुरुआत होती है।