: भौतिक विज्ञान के दृष्टिकोण से जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तो सूर्य की रौशनी ढक जाती है और पृथ्वी पर नहीं आ पाती है। इसी आकाशीय घटना को सूर्यग्रहण कहते हैं। यह अमावस्या के दिन पड़ता है। सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं। इनमें वलयाकार सूर्य ग्रहण को नग्न (नंगी) आंखों से नहीं देखना चाहिए। इससे निकलने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणें आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। खासकर बच्चों को इससे बचाकर रखना चाहिए, क्योंकि हर साल सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखने के कारण बच्चे-बूढ़े सभी प्रभावित हो रहे हैं। आइए, जानते हैं कि ग्रहण के समय सूर्य अथवा चंद्रमा को क्यों नहीं देखना चाहिए और देखने समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए-
ग्रहण को नग्न आंखों से क्यों नहीं देखना चाहिए
इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि जब भी ग्रहण लगता है, तो उस समय सूर्य अथवा चंद्रमा का प्राकृतिक प्रभाव खत्म हो जाता है। इस दौरान यह दोषित हो जाता है, अथवा इस दौरान नकारात्मक शक्तियों जैसे राहु और केतु का प्रभाव अधिक हो जाता है।
इस समय सूर्य से हानिकारक पराबैंगनी किरणें निकलती हैं, जिन्हें सीधा देखने से अंधेपन का खतरा रहता है, क्योंकि सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणें आंखों की रेटिना को प्रभावित कर सकती हैं। वलयाकार ग्रहण को काले चश्मे, काले शीशे और एक्स रे शीट से नहीं देखना चाहिए।
गर्भवती स्त्रियों को खास सावधानियां बरतनी चाहिए
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती स्त्रियों को खास सावधानियां बरतनी चाहिए। ग्रहण से निकलने वाली दूषित किरणें गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा असर डालती हैं। इससे बच्चा शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित हो जाता है। धार्मिक तौर पर भी माना जाता है कि सूर्य ग्रहण से गर्भवती महिलाओं को दूर रहना चाहिए।
-ग्रहण के समय चाकू अथवा कैची का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
-गर्भवती स्त्रियों को फूल, फल और लकड़ी नहीं तोड़नी चाहिए।
-ग्रहण के समय पूजा-पाठ नहीं करें।
-गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण के समय भूलकर भी भोजन नहीं करना चाहिए।
-ग्रहण के समय घर के अंदर ही रहें और आराम करें।
– गर्भवती स्त्रियां नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने से बचें।
कैसे देखें सूर्य ग्रहण
-इसके लिए सोलर फिल्टर्स का इस्तेमाल करना चाहिए, जो कि बाजार में उपलब्ध होता है। इसे इस्तेमाल करने से पहले उस पर दिए गए निर्देशों का अवश्य पालन करें। अगर फिल्टर्स स्क्रीन खराब हो तो इसका प्रयोग न करें।
-इसके लिए गत्ते का भी प्रयोग कर सकते हैं। एक गत्ता लें, अब उसमें एक छोटा सा छिद्र करें। इसके समानांतर एक व्हाइट शीट रखें। इसे ऐसे रखें, ताकि सूर्य की छवि उस पर अंकित हो सके। अब गत्ते की छिद्र के माध्यम से सूर्य की प्रतिछवि को देखें।