वास्तुदोष केवल घर में ही नहीं बल्कि घर के चारों और फैली चीजों से भी अपना प्रभाव दिखाता है।इसके अलावा केवल घर को वास्तु के अनुसार सजाने-संवारने से लाभ नहीं होता बल्कि घर के बाहर, मेन गेट के सामने और उसके आस-पास की चीजों का भी ध्यान रखना पड़ता है। वही अगर घर के बाहर नेगेटिव एनर्जी बढ़ाने वाली चीजें होंगी तो पारिवारिक सदस्यों को बीमारियों और धन संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है….
मेन गेट के ठीक सामने घर का मंदिर या पूजा स्थल नहीं होना चाहिए।
ऐसा होने से घर में देवी-देवता निवास नहीं करते और दुःखों का सामना करना पड़ता है। वही घर के के सामने पेड़ या खंभा होने से बच्चों को कोई न कोई दुःख घेरे रहता है। वह शांति से जीवन व्यतीत नहीं कर पाते।घर के मेन गेट के दरवाजे अंदर की ओर खुलें तो यह शुभ माना जाता है। यदि अगर ऐसे न हो तो दरवाजे पर वंदरवार लागाना चाहिए।घर के बाहर से आने वाली नेगेटिव एनर्जी को घर में आने से रोकने के लिए मेन गेट पर रोज स्वास्तिक, ओम जैसे शुभ चिह्न बनाना चाहिए।
इसके अलावा मेन गेट के समक्ष गढ्डा अथवा कुंआ हो तो पारिवारिक सदस्यों को मानसिक रोग और तनाव घेरे रहता हैं। वही मेन गेट के सामने कीचड़ या गंदगी हो तो परिवार में किसी न किसी कारणवश उदासी छाई रहती है।मेन गेट के सामने गंदा पानी इकट्ठा रहता हो तो घर के लोगों को धन संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है।