सूर्य देवता जिन्हें ऊर्जा, कीर्ति, यश, विजय, ऐश्वर्य और आरोग्य का देवता कहा जाता है। श्रद्धालुओं की थोड़ी सी साधना में ही प्रसन्न होते हैं। भगवान सूर्य को अध्र्य देने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है और जीवन में कुछ करने की प्रेरणा मिलती है।
यही नहीं भगवान सूर्य की रश्मियों से तेज़ प्राप्त होता है। भगवान सूर्य अपने भक्तों को बल, ऐश्वर्य, कीर्ति, यश प्रदान करते हैं। उनकी कृपा से सारे काम बन जाते हैं। सूर्य को प्रसन्न करने के लिए एक आसान उपाय सूर्य को अध्र्य देना है। अध्र्य देने से भगवान प्रसन्न होते हैं।
भगवान आदित्य की कृपा प्राप्त करने के लिए भगवान को तांबे के कलश में कुमकुम और लाल पुष्प के साथ अध्र्य दिया जाता है। अध्र्य देने के समय श्रद्धालु ऊं घृणिः सूर्याय नमः मंत्र का जाप करते हैं तो इस मंत्र के प्रभाव से उनमें तेजस्विता प्राप्त होती है।
इस दौरान भगवान को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी किया जा सकता है। व्रत करने से भगवान सूर्य की विशेष कृपा प्राप्त होती है और भगवान प्रसन्न होकर संपन्नता प्रदान करते हैं लेकिन व्रत करने के साथ यदि गरीब को भोजन दिया जाए और उसे तांबे का और लाल पदार्थ का दान किया जाए तो यह बेहद पुण्यफलदायी होता है।