भगवान सूर्य के साधने से सध जाते हैं सभी ग्रह

भगवान सूर्य हमारे सौरमंडल का केंद्र हैं और ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार भगवान श्री सूर्य सभी ग्रहों के प्रधान देवता हैं। यदि भगवान सूर्य की आराधना कर ली जाए तो सभी ग्रह अपने आप सध जाते हैं। भगवान सूर्य अपनी रश्मियों से अपार उत्साह प्रदान करते हैं। सूर्य के बलवान होने से जातक में आत्मविश्वास, उत्साह अपार होता है साथ ही वह कीर्तिवान, यशस्वी और समृद्धशाली होता है। भगवान श्री सूर्य को प्रसन्न करने के लिए कई तरह की विधियों को अपनाया जाता है। इस दौरान भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के लिए अध्र्य देना सर्वोत्तम होता है।

मगर इसी के साथ भगवान सूर्य के यंत्र की विधिवत स्थापना या फिर सूर्य देव के चित्र की स्थापना कर उसका विधिवत पूजन करने और करीब 7 हजार बार ऊं सूर्याय नमः का मंत्र जाप करना बेहद उत्तम होता है। यदि आपकी जन्मपत्रिका में सूर्य की स्थिति ठीक नहीं है या फिर आप सूर्य देव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको माणिक पहनना होगा।

गले में सोेने की धातु का सूर्य पहनना भी एक अच्छा उपाय है। इसके लिए पहले इसका शुद्ध जल और दूध से अभिषेक करें और फिर धूप देकर इसका पूजन करें।यदि आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ किया जाए तो यह भी बहुत ही बेहतर होगा। दूसरी ओर अध्र्य देते समय तांबे के पात्र में रोली, चांवल, गुड़, लाल फूल आदि डालकर सूर्य देव को अध्र्य प्रदान करें। पिता और माता की सेवा भी बहुत लाभकारी होगी।

सृष्टि को आलोकमान करते हैं भगवान सूर्य
सूर्य देव की कृपा से मिलता है ऐश्वर्य और आनंद

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