जाने भगवान हनुमान की पूजा के समय किन बातो का रखे ध्यान

भगवान हनुमान की आराधना,पूजा के समय मन को शान्त रखना चाहिए और अपना पूरा ध्यान उनकी भग्ती में ही लगा देना चाहिए आज कल तो सावन का पवित्र महीना चल रहा है। इसमें भगवान शिव के साथ हनुमान जी का भी चलन है जिनकी पूजा की जाए तो जीवन की हर परेशानी से मुक्ति मिल जाती है। भगवान शिव का एक अवतार हनुमान जी के रूप में भी हैं। लेकिन जिस तरह हर काम करने का तरीका अलग—अलग होता है उसी तरह हर देवी-देवाअों की पूजा में कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए।

हनुमान जी को चोला चढ़ाने के लिए गाय के शुद्ध घी अौर सिंदूर का प्रयोग करें। गाय का शुद्ध घी न मिले तो चमेली का तेल उपयोग कर सकते हैं।

जब हनुमान जी को चोला चढ़ाना है उस समय एक बात ध्यान रखें। उस समय पूजा समाप्त होने तक हनुमान जी के सामने शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित रहना चाहिए।

हनुमान जी को शुद्धता पूर्वक घर पर बनाया हुआ प्रसाद ही अर्पित करें।

यदि घर पर प्रसाद नहीं बना सकते हैं तो हनुमान जी को गुड़-चने का भोग लगा सकते हैं।

इसके अतिरिक्त रामभक्त हनुमान जी को शुद्ध घी में बने चुरमे का भोग लगाएं। इससे भक्त को जीवन की हर समस्या से छुटकारा मिलेगा।

हनुमान जी को कुंए का साफ व स्वच्छ जल ही अर्पित करें।

हनुमान जी को गंगा जल भी अर्पित किया जा सकता है। हनुमान जी पर गंगा जल अर्पित करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण होती है।

सुबह स्नानदि कार्यों से निवृत्त होकर मंदिर जाकर हनुमान जी के ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा
मंत्र का जाप करें। इससे व्यक्ति को शत्रुअों अौर रोगों से मुक्ति मिलेगी।

हनुमान जी को पूजा में लाल फूल जैसे गुलाब, कमल, गुडहल आदि अौर गुलाब का इत्र अर्पित करना चाहिए।

बिना चूना, सुपारी व तंबाकू का मीठी पान हनुमान जी को अर्पित करें। इससे परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

हनुमान जी के मंदिर के पास कुंए का निर्माण अवश्य करवाएं ताकि भक्त वहां शुद्ध होकर ही मंदिर में प्रवेश करें।

भूत प्रेत बाधाअों से परेशान हैं तो हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:। अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।। मंत्र का जाप करें।

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