सनातन मान्यताओं के अनुसार, पितृपक्ष में पितरों के साथ-साथ कौए के लिए भोजन निकालने को भी शुभ माना जाता है। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इसके साथ ही कौए से और भी कई मान्यताएं जुड़ी हैं। ऐसे में जानते हैं कि कौए का आना या कौए का आवाज सुनना किस बात की ओर इशारा करता है।
घर पर कौए का आना
ऐसा माना जाता है कि यदि सुबह-सुबह कौआ आपकी छत पर आकर बैठ गया है, तो इसका अर्थ है कि आपके घर में किसी मेहमान का आगमन होने वाला है। वहीं सुबह-सुबह उत्तर या पूर्व दिशा में कौए का बोलना भी किसी अतिथि का आगमन का संकेत देता है। या फिर इसका यह भी अर्थ माना जाता है कि आपकी अपने किसी पुराने मित्र से मुलाकात हो सकती है।
हो जाएं सतर्क
यदि आपके घर में कौए का झुंड में आते हुए दिखाई देता है, तो ऐसे में सतर्क होने की आवश्यकता है। क्योंकि इसे बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता। इसका अर्थ है कि कोई अप्रिय घटना आपके परिवार में घट सकती है। इसके साथ ही अगर आपके घर में कौआ दक्षिण दिशा की ओर बैठकर बोलता है, तो इसे भी एक शुभ संकेत नहीं माना जाता है। यह घर में पितृ दोष होने की ओर संकेत करता है।
ये भी हैं मान्यताएं
पितृपक्ष में तो कौए को भोजन कराना शुभ माना ही जाता है। इसी के साथ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि आप किसी यात्रा पर जाने से पहले कौए को दही-चावल का भोग लगाते हैं, तो इससे यात्रा सफल होती है।