ये है सर्वपितृ अमावस्या के पांच शुभ मंत्र, जिससे पितृ होते है प्रसन्न

सर्वपितृ अमावस्या के दिन श्राद्ध पक्ष का आखिरी दिन और पितरों का आशीष पाने का अंतिम अवसर है। हमारे धार्मिक कार्यों की पूर्णता बगैर मंत्र के नहीं होती है। श्राद्ध में भी इनका विशेष महत्व है।
अत: आप भी अपने पितरों से खुशहाल जीवन का आशीर्वाद पाना चाह‍ते हैं तो निम्नलिखित मंत्रों के प्रयोग से आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो सकती है।
आइए पढ़ें सर्वपितृ अमावस्या के 5 शुभ मंत्र
1. ॐ कुलदेवतायै नम:- 21 बार
2. ॐ कुलदैव्यै नम:- 21 बार
3. ॐ नागदेवतायै नम:- 21 बार
4. ॐ पितृ देवतायै नम:- 108 बार
5. ॐ पितृ गणाय विद्महे जगतधारिणे धीमहि तन्नो पित्रो प्रचोदयात्।- 1 लाख बार।
इन मंत्रों का प्रयोग कर पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है।
श्राद्ध में आखिर क्यों कुत्ते ,गाय और कौए के लिए निकला जाता है निवाला, जानिए...
सर्वपितृ अमावस्या पर पूर्वजों से क्षमादान की करे विनती

Check Also

Varuthini Ekadashi के दिन इस तरह करें तुलसी माता की पूजा

 हर साल वैशाख माह के कृष्ण पक्ष में वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi 2025) का व्रत …