भगवान शनि देव जो कि न्याय के देवता कहे जाते हैं। भगवान ऐसे हैं जो कर्म के अनुसार फल प्रदान करते हैं। यही नहीं भगवान शनि देव की साढ़े साती और ढैया के प्रभाव में मानव चक्कर घिन्नी हो जाता है। कई बार शनिदेव पीड़ा और कष्ट के अलावा खुशियां भी देते हैं। शनिदेव लोगों को दुखों से तर कर जाते हैं तो तार भी जाते हैं। हालांकि शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि मंदिर में तेल चढ़ाना, गरीब और भूखे को अन्न देना। जरूरत मंद की मदद करना प्रमुख है लेकिन मगर कुछ ऐसे आसान उपाय हैं जिन्हें अपनाकर श्रद्धालु शनिदेव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए आप यदि एक रोटी की साधना करें तो आपको लाभ प्राप्त होता है। जी हां, एक रोटी की साधना। इसके लिए आपको अधिक कुछ नहीं करना होगा। केवल 1 रोटी शनि देव के वाहन कुत्ते को या फिर गाय को खिलानी होगी। जब आप गाय को रोटी खिलाऐं तो इसमें कुछ गुड़ लगा लें और यदि कुत्ते को रोटी खिलाऐं तो इस पर तेल भी लगा लें। कुत्ता शनि देव का वाहन होता है।
इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं। इससे शनि पीड़ा से मुक्ति तो मिलती है लेकिन राहु दोष भी शांत होता है। दरअसल श्वान अर्थात् कुत्ता भैरव जी का भी वाहन है। इसलिए इसे रोटी खिलाने से रूद्र गण शिव स्वरूप भैरव प्रसन्न होते हैं। यदि पशुओं को भोजन खिलाया जाता है तो व्यक्ति के सभी पापों का क्षय होता है और उसके पिछले जन्म और वर्तमान जन्म के कर्म सुधर जाते हैं और उसे पाप नहीं लगता।