अयोध्या नगरी में हिंदू धर्म के विभिन्न धार्मिक आयोजन, मेले एवं परिक्रमा आदि का सिलसिला पूरे साल चलता रहता है. अयोध्या अपने धार्मिक क्रियाकलापों के लिए विश्वप्रसिद्ध है. यहाँ आने से दिव्य अलौकिक शांति महसूस होती है.
अयोध्या के प्रमुख धार्मिक आयोजन निम्न हैं…
- रामनवमी (मार्च-अप्रैल)
- रथयात्रा (जून-जुलाई)
- श्रावण झूला (जुलाई-अगस्त)
- परिक्रमा मेला (अक्टूबर-नवम्बर)
- सरयू स्नान (अक्टूबर-नवम्बर)
- राम विवाह (नवम्बर)
- रामायण मेला (दिसम्बर – जनवरी)
- हर अमावस्या व पूर्णिमा पर स्नान
- भरत कुंड मेला
- गुप्तार घाट मेला
- बालर्क तीर्थ मेला (भरत कुंड)
- सुकुरुक्शेस्त्र मेला
- मखौरा मेला, आदि
रामनवमी मेला –
मार्च / अप्रैल में चैत्र महीने के उज्ज्वल पखवाड़े के नौवें दिन पर पड़ता है जो भगवान राम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन अयोध्या के लगभग सभी मंदिरों को सजाया जाता है और विशेष व्यवस्था इस दिन को मनाने के लिए की जाती है। पूरे भारत से और यहां तक कि विदेशों से लोग अयोध्या आते है। पूरे शहर में घंटी की झंकार और श्न्ख की ध्वनि चारों ओर फैल जाती है। यह एक शानदार और बहुत उत्साही त्योहार है।
श्रावण झूला मेला –
यह अनूठा त्योहार श्रावण महीने (जुलाई-अगस्त) में मनाया जाता है। यह त्योहार इस महीने की दूसरी छमाही के तीसरे दिन शुरू होता है और महीने के अंत तक रहता है। परंपरा के अनुसार भगवान राम, लक्ष्मण और सीता की मूर्तियों को एक साथ झूला झुलाते है और फिर अंत में मणि पर्वत पर ले जाया जाता है। फिर उन्हे वापस मंदिर में ले आया जाता है। यह एक सदियों पुरानी परंपरा है और उत्साह और समर्पण के महान सौदे के साथ आज तक पालन की जाती है ।
परिक्रमा-
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अंतरग्रही परिक्रमा
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पंचकोशी परिक्रमा
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चौदह कोशी परिक्रमा
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चौरासी कोशी परिक्रमा